कौन हैं नन्हें लाल मिश्रा? जिनका नाम लेके स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को घेरा

कौन हैं नन्हें लाल मिश्रा? जिनका नाम लेके स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को घेरा

अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।

लोकसभा में राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जमकर हमले किए। इस दौरान स्मृति ईरानी ने अमेठी के एक शख्स नन्हें लाल मिश्रा का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर बड़ा हमला बोला। स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार पर अमेठी में सम्राट साइकिल की जमीन, फुरसतगंज एयरपोर्ट के मुद्दों पर भी निशाना साधा।

स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरे हाथ में अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की एक रिपोर्ट है। इसमें एक मरीज का जिक्र है, जिसका नाम था नन्हें लाल मिश्रा। उस मरीज का दोष ये था कि उस जगह गया जहां इस परिवार (गांधी परिवार) का स्वामित्व है और अस्पताल चलता है। स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि कहा जाता है कि उसके परिवार ने वीडियोग्राफी सबूत भी दिए कि मरीज ने अस्पताल में जाकर कहा कि आयुष्मान कार्ड के तहत आपका अस्पताल चिन्हित है, मेरा इलाज कीजिए। नन्हें लाल मिश्रा को लौटा दिया गया और कहा गया कि मोदी का कार्ड लाए हो, जाओ यहां से। नन्हें लाल मिश्रा की आवाज न इस सदन तक पहुंचेगी, न सदन के बाहर पहुंचेगी क्योंकि उनकी मृत्यु हो चुकी है। ये रिपोर्ट कहती है कि मरीज की बीमारी के अनुरूप उनका इलाज न हो सका। ये वो लोग हैं, जिस संसदीय क्षेत्र में जहां इनका 50 साल राज रहा, वहां एक व्यक्ति को इलाज के अभाव में मरने दिया।

क्या है पूरा मामला 

दरअसल बात 2019 की है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में पांचवे चरण का मतदान होने वाला था। मतदान की तारीख से एक दिन पहले अमेठी में एक शख्स की मौत से सियासत गर्म हो गई। इस मरीज का नाम नन्हें लाल मिश्रा था। आरोप लगे कि नन्हें लाल मिश्रा के पास आयुष्मान कार्ड था लेकिन इसके बाद भी राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित संजय गांधी अस्पताल में उसे इलाज नहीं दिया गया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। उस समय खुद स्मृति ईरानी, जो अमेठी से भाजपा प्रत्याशी थीं, ने इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने मरीज के परिजनों के बयान का वीडियो भी ट्वीट किया था। स्मृति ईरानी ने अपने ट्वीट में लिखा, “आज मैं निशब्द हूँ - कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था। एक ग़रीब को सिर्फ़ इसलिए मरने दिया क्यूँकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था पर अस्पताल राहुल गांधी का था।”

वीडियो में मुसाफिरखाना क्षेत्र के सरई गांव के नन्हें लाल मिश्रा के भतीजे ने आरोप लगाया था कि जब उसने अपने चाचा को अस्पताल में भर्ती कराया और कार्ड दिखाया तो अस्पताल के लोगों ने कहा कि यह राहुल गांधी का अस्पताल है, यहां मोदी-योगी का कार्ड नहीं चलता है। उसने कार्ड पर दिए हेल्पलाइन नंबर से भी शिकायत की लेकिन मदद नहीं मिली और इलाज नहीं मिलने के कारण उसके चाचा की मृत्यु हो गई। इस पूरे मामले की जांच तत्कालीन सीएमओ डॉ आरएम श्रीवास्तव ने कराई थी।

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