कानपुर में माँ बेटी का शव देख दहल उठा हर एक का दिल
कानपुर देहातः उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात इलाके में अतिक्रमण हटाने की प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान आग लगने से मां-बेटी की मौत हो गई। मामले को लेकर प्रदेश में हड़कंप मचा है। मौके से दोनों मृतकों का शव निकाल लिया गया है। शव की हालत देखकर हर किसी का दिल दहल उठा है। पूरी तरह से जल चुका मां-बेटी का शव एक-दूसरे सटा हुआ मिला है। माना जा रहा है कि आग की चपेट में आने के बाद दोनों एक-दूसरे से लिपट गई होंगी। दोनों के शव की हालत देख वहां मौजूद हर कोई स्तब्ध रह गया।
यह भी पढ़ें : इतिहास का पुनर्लेखन नहीं कर रहे है बल्कि इसे व्यापक बना रहे - धर्मेंद्र प्रधान
कानपुर देहात के मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली गांव में प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था। जिस घर को गिराया जा रहा था, उसमें रहने वाले लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने आत्मदाह की भी धमकी दी। इसी दौरान वहां अचानक आग लग गई। झोपड़ी के जिस हिस्से में आग लगी थी उससे बचाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने बाकी हिस्से को बुलडोजर से हटाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान वह हिस्सा भी टूटकर जलती झोपड़ी पर गिर पड़ा।
आग की भयंकर लपटों की चपेट में मां और बेटी आ गए, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि हादसा होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी अपनी गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए। वहीं हादसे में जान गंवाने वाली मां और बेटी का शव जब बाहर निकाला गया तब वह पूरी तरह से जल चुका था। उनकी शिनाख्त भी मुश्किल थी। दोनों शव एक-दूसरे से ऐसे सटे हुए थे मानों आग की चपेट में आने के बाद मां और बेटी एक-दूसरे लिपट गई हों। यह मंजर देख वहां मौजूद हर किसी की आंख भर आई।
About The Author

स्वतंत्र भारत 15 अगस्त 1947 से निरंतर लखनऊ और कानपुर से प्रकाशित होने वाला हिंदी का एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र है। अवध की संस्कृति, लोकजीवन और इतिहास पर ध्यान देने के साथ हर मुद्दे पर निष्पक्षता और पारदर्शिता के कारण यह आज भी लोगों के बीच अपनी अलग पहचान रखता हैं। उत्तर-प्रदेश की राजनीति में इस पत्र का अच्छा प्रभाव है। दैनिक व्यंग्य विनोद का स्तम्भ काँव-काँव इसकी विशेषता है।
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List