गिरफ्तारी के लिए पूर्व पीएम इमरान के आवास पहुंची पुलिस 

गिरफ्तारी के लिए पूर्व पीएम इमरान के आवास पहुंची पुलिस 

पाकिस्तान। पाकिस्तान में चल रही आर्थिक मंदी के बीच, लाहौर में तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के आवास पर हाई लेवल ड्रामा देखने को मिल रहा है। दरअसल, उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई है, जिसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर पहुंची है। वहीं, सैकड़ों की तादाद में उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता भी उनके आवास पर पहुंच चुके हैं, जो पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

आवास के बाहर लगाए जा रहे नारे
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान की एंटी टेररिज्म कोर्ट की ओर से इमरान खान की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। इसके बाद से ही उनकी गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गई थी। उनके समर्थक उनका बचाव करते हुए नारे लगा रहे हैं और आवास के बाहर इकट्ठा हो गए हैं। फिलहाल, माहौल को देखकर लग रहा है कि अगर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी होती है, तो पाकिस्तान में तनाव और ज्यादा बढ़ सकता है।

यह भी पढ़ें : बीबीसी के दफ्तरों में आयकर की टीम का सर्वे खत्म

बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे समर्थक
इमरान खान के आवास पर नजारा कुछ ऐसा बना हुआ है जैसे कोई जश्न मनाया जा रहा हो, हर तरफ शोर-शराबा और गानों की आवाजें आ रही है। उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता बैनर लेकर उनके समर्थन में खड़े हैं। पार्टी अध्यक्ष की गिरफ्तार के सभी प्रयासों के विफल करने के लिए महिलाएं और बच्चे भी बड़ी संख्या में जमान पार्क में इकट्ठा होने लगे हैं।

पीटीआई नेता मुसरत जमशेद चीमा ने कहा कि अगर सरकार ने खान को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो पूरा देश सड़कों पर उतर आएगा। पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने भी कहा कि वे पार्टी प्रमुख को गिरफ्तार करने के सभी प्रयासों को विफल कर देंगे।

चिकित्सा आधार पर मिली थी जमानत
पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा घोषित तोशखाना के फैसले के जवाब में पाकिस्तान में कई विरोध प्रदर्शनों हुए थे, जिसके बाद पिछले साल अक्टूबर में इमरान खान पर मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, नवंबर में एक रैली के दौरान वजीराबाद में उनके ऊपर कथित हत्या के प्रयास में घायल होने के बाद उन्हें चिकित्सा आधार पर जमानत पर छोड़ा गया था।

कोर्ट ने याचिका स्वीकार करने से किया इनकार
बुधवार को, इस्लामाबाद में आतंकवाद-रोधी अदालत (एटीसी) के न्यायाधीश राजा जवाद अब्बास ने टिप्पणी की कि खान को अदालत में पेश होने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहे। वहीं, इनरान खान के वकील बाबर अवान ने अपनी दलीलों में अदालत से आग्रह किया और कहा कि उनपर हुए हमले से वह अब तक उबर नहीं पाए हैं, यही कारण है कि वह अदालत में पेश नहीं हुए, उन्हें थोड़ा समय और चाहिए।

हालांकि, न्यायाधीश ने याचिका को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। साथ ही कहा कि अदालत किसी शक्तिशाली व्यक्ति को ऐसा कोई आदेश नहीं दे सकती है, जो आम नागरिकों को नहीं दी जाती।

Tags:

About The Author

Swatantra Bharat Picture

स्वतंत्र भारत 15 अगस्त 1947 से निरंतर लखनऊ और कानपुर से प्रकाशित होने वाला हिंदी का एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र है। अवध की संस्कृति, लोकजीवन और इतिहास पर ध्यान देने के साथ हर मुद्दे पर निष्पक्षता और पारदर्शिता के कारण यह आज भी लोगों के बीच अपनी अलग पहचान रखता हैं। उत्तर-प्रदेश की राजनीति में इस पत्र का अच्छा प्रभाव है। दैनिक व्यंग्य विनोद का स्तम्भ काँव-काँव इसकी विशेषता है।

Related Posts

Post Comment

Comment List